Pakistan: इस्लामाबाद में पीटीआई की रैली में गोलीबारी, पूर्व पीएम इमरान खान की रिहाई के लिए हो रहा था प्रदर्शन

Pakistan: इस्लामाबाद में पीटीआई की रैली में गोलीबारी, पूर्व पीएम इमरान खान की रिहाई के लिए हो रहा था प्रदर्शन

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इस्लामाबाद में पीटीआई की रैली।
– फोटो : @PTIOfficial

विस्तार


पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की जेल से रिहाई की मांग को लेकर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की तरफ से रविवार को निकाली गई रैली मे बवाल हो गया। बताया गया है कि सरकार पर दबाव बनाने के लिए हो रही रैली के दौरान गोलीबारी हुई। पीटीआई ने इस घटना का एक वीडियो साझा करते हुए सरकार पर पार्टी की आवाज को बंद करने का आरोप लगाया और हालात को अघोषित मार्शल लॉ करार दिया। 

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पुलिस ने इस्लामाबाद में इस रैली के मद्देनजर चाक चौबंद सुरक्षा इंतजाम किए। यहां जगह-जगह पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। साथ ही कई रास्तों को बंद कर दिया गया है। 

इमरान की पार्टी ने इस घटना पर कहा कि पुलिसवालों को शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे लोगों पर गोलीबारी करने के लिए शर्म आनी चाहिए। इस्लामाबाद के आईजी और सरकार को इस तरह मासूमों की जान से खेलना बंद करना चाहिए। लोगों ने आज सरकार को माकूल जवाब दिया है।

 

इससे पहले पीटीआई की रैली दोपहर दो बजे से इस्लामाबाद के संगजानी मवेशी बाजार के पास एक मैदान में  शुरू हुई। इस्लामाबाद जिला प्रशासन ने रैली के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी कर दिया था। इससे पहले 22 अगस्त को इस्लामाबाद प्रशासन के एनओसी को रद्द करने और सड़को को सील करने के बाद पीटीआई ने अपनी सार्वजनिक सभा को स्थगित कर दिया था। आठ फरवरी को हुए चुनाव के बाद इस्लामाबाद में पीटीआई की यह पहली बड़ी रैली रही। 

पाकिस्तान सरकार ने पहले ही किए थे कड़े इंतजाम

रैली को लेकर पाक सरकार ने लोगों को आवाजाही को कम करने और विरोध को रोकने के लिए इंतजाम किए हैं। सड़कों पर कंटेनर लगाकर इस्लामाबाद के प्रमुख रास्तों को बंद कर दिया गया है। इस्लामाबाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को शहर के विभिन्न हिस्सों में तैनात किया गया है। अस्पतालों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। इसके अलावा इस्लामाबाद और रावलपिंडी के बीच मेट्रो बस सेवा पूरी तरह से बंद कर दी गई है।

राष्ट्रपति ने सार्वजनिक व्यवस्था और शांतिपूर्ण विधेयक पर किए हस्ताक्षर

पीटीआई की रैली से कुछ घंटे पहले राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने सार्वजनिक व्यवस्था और शांतिपूर्ण विधानसभा विधेयक 2024 पर हस्ताक्षर किए। इसमें अनाधिकृत सभाओं के लिए सख्त कदम उठाए गए हैं। नए कानून में इस्लामाबाद में बिना अनुमति के सभा आयोजित करने पर दंड का प्रावधान है। उल्लंघन करने वालों को तीन साल तक की जेल और जुर्माने का सामना करना पड़ेगा। बार-बार अपराध करने वालों को 10 साल तक की जेल हो सकती है। 

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