Nagaur के इस गांव में फुटबॉल का जोश और जुनून, यहां हर घर से 1 अंतरराष्ट्रीय प्लेयर, पढ़ें स्टोरी

Nagaur के इस गांव में फुटबॉल का जोश और जुनून, यहां हर घर से 1 अंतरराष्ट्रीय प्लेयर, पढ़ें स्टोरी

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रिपोर्ट- कृष्ण कुमार

नागौर. ऐसे कई शहरों का नाम सुना होगा जिसका उपनाम लेते ही वो शहर आपके जहन में आते हैं. उदाहरण के तौर पर बात करें तो गुलाबी नगरी यानि की जयपुर, अभ्रक नगरी भीलवाङा की याद आती हैं. कई शहरों की बात करे तों देवीय शक्तियों के नाम से जाना जाता हैं. आपकों एक ऐसे गांव के बारे में बताने वाले हैं, जिसे फुटबॉल वाला गांव से जाना जाता हैं. उस गांव का नाम फरडौदा हैं.

कैसे बनी गांव की पहचान
गांव के नेशनल प्लेयर रामलाल फरडौदा ने बताया कि 1975 में हमारी राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में अनवर सर की पोस्टिंग हुई. उन्होनें ओलम्पिक मे होने वाले सभी खेलों की तैयारी करवाते थे. यहां के युवाओं की खेल खेलने की शारीरिक क्षमता तेज होने के कारण फुटबॉल खेलने की ओर प्रेरित किया. लेकिन 1985 मे पीटीआई के रूप में पोस्टिग लेने वाले सदस्य प्रहलादजी पावा ने फुटबॉल की ओर युवाओं को अग्रसर किया. उसके बाद यहां के युवाओं ने फुटबॉल के लगाव के कारण यहां की पहचान बना ली.

हर घर में राज्य स्तरीय या अंतरराष्ट्रीय प्लेयर
गांव के निवासी विजय गोस्वामी ने बताया कि यहां पर फुटबॉल के अधिक रूझान होने के कारण हर घर में फुटबॉल का राज्य स्तरीय अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्लेयर मिल जाएंगे. इस गांव में लगभग 500 से अधिक घर है हर घर में फुटबॉल का क्रेज और प्लेयर हैं. इसी कारण इस गांव की पहचान फुटबॉल वाला गांव यानी की फरडौदा की पहचान बना हैं.

लड़कियां भी बना रही पहचान
रामलाल फरडौदा का कहना है कि पिछले तीन वर्ष से गांव की लड़कियों का फुटबॉल के प्रति रूझान बढ़ा. लड़कियों का हौसला अफजाई के लिए समस्त ग्रामवासी मदद कर रहे हैं.

अब तक गांव से 25 से अधिक खिलाड़ी कर चुके राज्य व देश का प्रतिनिधित्व
नेशनल प्लेयर रानलाल फरडौदा ने बताया की इस गांव से 25 से अधिक खिलाड़ी देश में राज्य को फुटबॉल के क्षेत्र में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. इसी कारण से यह गांव फुटबॉल के लिए जाना जाता हैं. बता दें कि इस गांव में शारीरिक शिक्षक के पदों पर यहां के व्यक्ति लगे हुए हैंं.

फुटबॉल प्लेयर के लिए हर प्रकार की सुविधा
फुटबॉल प्लेयर के लिए गांव के लोगों व भामाशाह व सरपंच के सहयोग से खेल मैदान बनाया गया हैं. वहां पर खिलाड़ी की हर प्रकार की सुविधा मुहैया करवाया जाता हैं. इस गांव के लोग एथेलेक्टिस में भी चैपियन हैं.

गांव का पता
फरडौदा गांव नागौर जिले के जायल उपखण्ड के क्षैत्र में आता हैं.जो नागौर जिला मुख्यालय सें 32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं.

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