Ladakh Marathon: जालोर की बेटी ने 12 हजार फीट की ऊंचाई पर मैराथन में लहराया परचम, ऑक्सीजन की कमी में भी हासिल किया मुकाम

Ladakh Marathon: जालोर की बेटी ने 12 हजार फीट की ऊंचाई पर मैराथन में लहराया परचम, ऑक्सीजन की कमी में भी हासिल किया मुकाम

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नीरा ने बताया कि उन्होंने अब तक जो भी राशि मैराथन से जीती है, उसे गौसेवा और पशु-पक्षियों की सेवा में लगाती हैं. उनके पिता, स्वर्गीय लालसिंह आसाडा, हमेशा उन्हें समाज के लिए कुछ करने की प्रेरणा देते थे. उन्होंने कहा, ‘मेरे सभी मेडल मेरे परिवार को समर्पित हैं, जिनके सहयोग के बिना मैं यहां तक नहीं पहुंच पाती.’

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