The best discounts this week
Every week you can find the best discounts here.
Pro-Ethic Style Developer Men’s Silk Kurta Pajama Set Wedding & Festive Indian Ethnic Wear (A-101)
Uri and MacKenzie Men’s Silk Blend Kurta Pyjama with Stylish Embroidered Ethnic Jacket
Rozhub Naturals Aloe Vera & Basil Handmade Soaps, 100 Gm (Pack Of 4)
Titan Ladies Neo-Ii Analog Rose Gold Dial Women’s Watch-NL2480KM01
BINSBARRY Humidifier for Room Moisture, Aroma Diffuser for Home, Mist Maker, Cool Mist Humidifier, Small Quiet Air Humidifier, Ultrasonic Essential Oil Diffuser Electric (Multicolour)
Fashion2wear Women’s Georgette Floral Digital Print Short Sleeve Full-Length Fit & Flare Long Gown Dress for Girls (LN-X9TQ-MN1D)
महादेव के साथ करें इनकी भी पूजा, शुभफल की होगी प्राप्ति, ज्योतिषी से जानें
[ad_1]
देवघर. देवघर के बाबा धाम 12 ज्योतिर्लिंग में एक है. इस ज्योतिर्लिंग को मनोकामना लिंग भी कहते है. माना जाता है की यहां पर पूजा कर मांगी गयी मनोकामना अवश्य पूर्ण होती है. वही अभी सावन का महीना चल रहा है. इस महीने मे भगवान शिव की पूजा आराधना अवश्य करनी चाहिए. लेकिन भगवान शिव से पहले गण की भी पूजा आराधना करनी चाहिए. तभी पूजा सफल मानी जाती है. मान्यता है कि देवघर में भगवान भोलेनाथ के सभी गण किसी ना किसी रूप मे विचरते रहते हैं.
देवघर में मौजूद है साक्षात् भगवान शिव के गण
ज्योतिषाचार्य बताते है की जहां पर शिव रहते हैं, वहां उनके सबसे प्रिय गण नंदी जरूर विराजमान होते हैं. वहीं मंदिर सहित गलियों में आपको कई बैल घूमते नजर आ जायेंगे. जिससे देवघर मे नंदी की रूप में पूजा जाता है. देवघर आये कांवरिया भगवान शिव की पूजा आराधना करने के बाद बैल यानी नंदी की भी पूजा आराधना कर रहे है और कानो मे अपनी मनोकामना बोल रहे हैं.
आखिर क्यूं नंदी के कानों में बोली जाती है मनोकामना
देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नन्द किशोर मुदगल ने जानकारी देते हुए कहा की भगवान शिव के कई गण है. उनमे से सबसे ज्यादा प्रिय भगवान गणेश जिन्हें गणपति भी कहते है और नंदी जिसपर विराजमान होकर भगवान भोलेनाथ विचरण करते हैं. अगर भक्त चुपके से नंदी के कानों में अपनी मनोकामना बोल दें तो भक्त की मनोकामना अवश्य पूर्ण हो जायेगी. क्योंकि नंदी धर्म के अवतार मानें जाते है. भक्त की बात धर्म से होकर भगवान शिव तक पहुंचती है. दूसरा कारण है की नंदी भगवान शिव के इर्द गिर्द ही रहते है और हमेशा भगवान शिव नंदी पर सवार होकर घूमते है. भगवान शिव नंदी की बातों को कभी मना नहीं करते है. इसलिए भगवान शिव तक अपनी मनोकामना को पहुंचाने के लिए नंदी के कानों में बोली जाती है.
पहले प्रकाशित : 17 अगस्त, 2024, 9:17 अपराह्न IST
[ad_2]
Related
Recent Posts
- हॉकी इंडिया ने सीनियर वूमेन नेशनल चैम्पियनशिप में पदोन्नति और आरोप प्रणाली का परिचय दिया
- देखो | तमिलनाडु के लोक कला का खजाना: कन्यान कूथु के अभिभावकों की कहानी
- मर्सिडीज मेबैक के वर्ग मूल्य में लक्जरी आराम और प्रदर्शन – परिचय में शामिल हैं
- यहाँ क्या ट्रम्प, ज़ेलेंस्की और वेंस ने ओवल ऑफिस में गर्म तर्क के दौरान कहा था
- बटलर ने इंग्लैंड के व्हाइट-बॉल कप्तान के रूप में इस्तीफा दे दिया